सोलर बिजनेस : भारत में सोलर बिजनेस
- देश में डब्ल्यूटीओ (WTO) के मानकों पर 2022 तक 20,000 मेगावाट से एक लाख मेगावाट तक सौर ऊर्जा पैदा करने का लक्ष्य है. इससे नए रोजगार पैदा होने की संभावना है.
- भारत की भौगोलिक स्थिति ऐसी है जहां साल में औसतन 300 दिन धूप आती है.
प्राकृतिक ईंधन कम हो रहा है और पेट्रोल-डीजल की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं. ऐसे में सरकार चाहती है कि देश सौर ऊर्जा की तरफ जाए और बिजली पर निर्भरता कम हो. इसलिए राज्य तथा केंद्र सरकारें लगातार सौर ऊर्जा के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए सुविधाएं दे रही हैं.
पिछले महीने ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मध्य प्रदेश में 700 मेगावाट के सोलर प्लांट का उद्घाटन किया था, इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि भारत कितनी तेजी से सौर ऊर्जा की तरफ बढ़ रहा है. कुल मिलाकर सोलर पैनल एक ऐसा बिजनेस है, जिसे PM मोदी के आत्मनिर्भर भारत के तहत आप आसानी से कर भी सकते हैं और पैसे कमा सकते हैं.
सोलर बिजनेस कैसे शुरू करें?
आत्मनिर्भर भारत में कई ऐसे नये बिजनेस आ चूके हैं जिसको शुरू करके महीने की अच्छी कमाई किया जा सकता है। पिछले वर्ष 2020 से अब तक बहुत सारे नये बिजनेस शुरू किये गए है जैसे कि राशन की दुकान, मेडिकल शॉप, छोटे लेवल का मैन्यफैक्चरिंग प्लांट्स, ऑनलाइन क्लाससेस, इत्यादि।
इसी के साथ कई ऐसे बिजनेस है जिसकी रफ्तार रुक गई है, जैसे कि कैश कौनटींग सर्विस का बिजनेस, टूर और ट्रैवल का बिजनेस, रियल स्टेट का बिजनेस, मोबाईल शॉप, टेक्नॉलजी कॉम्पनीस, इत्यादि। लोग अपने Investment और experience के अनुसार बिजनेस शुरू करते है.
इंडिया में एक ऐसे ही तेजी से बढ़ता हुआ इंडस्ट्री है जिसमे लोग अपना फ्यूचर देख रहें है, वो है सोलर इंडस्ट्री. सोलर का नाम आते ही आपको समझ में आ रहा होगा कि सोलर पैनल की बिज़नस. सोलर पैनल (Solar Panel) को हिंदी में सोलर प्लेट और सौर उर्जा से भी लोग जानते है.
इसका प्रयोग फ्री का बिजली बनाने में किया जाता है और बिजली हर घर, फैक्ट्री, स्कूल, हॉस्पिटल, ऑफिस की जरुरत है. तो आपको इसकी फ्यूचर ग्रोथ के बारें में अनुमान लग गया होगा.
सोलर में क्या बिजनेस शुरू करें?
सोलर इंडस्ट्री में कई Business Opportunities है जिसको स्टार्ट करके महीने के लगभग 1 लाख रुपये तक की कमाई हो सकती है. इसके लिए जरुरी है Small Investment और Penance जिससे आप सोलर की बिजनेस में सफल हो पायेगे.
1. डीलरशिप बिजनेस (Dealership Business)
वैसे लोग जो ऐसे बिजनेस तलाश कर रहें है जहाँ पर कम इन्वेस्टमेंट पर ज्यादा मुनाफा कमाना चाहते है, तो वह डीलरशिप बिजनेस शुरू कर सकते, इसमें आपको बहुत ही कम इन्वेस्टमेंट में बिज़नस शुरू करने का मौका मिल जाता और आप घर या शॉप बिजनेस से शुरू कर सकते हैं.
2. डिस्ट्रीब्यूटर बिजनेस (Distributorship Business)
जो लोग पहले से कोई बिजनेस कर रहे हैं और वो अपने बिज़नस में कुछ नई शुरूआत करना चाहते हैं तो वह डिस्ट्रीब्यूटर बिजनेस शुरू कर सकते हैं, इसमें वह किसी कंपनी किस डिस्ट्रीब्यूटर लेकर बिजनेस शुरू कर सकते हैं.
3. सोलर इंस्टालर (Installer/System Integrator/EPC Contractors)
यदि आप एक Electrician है और House Wiring, AC Repairing, Inverter Battery का काम करते है तो सोलर इंस्टालर बनकर सोलर में काम कर सकते है. सोलर की सही इंस्टालेशन इसके सीधा पॉवर जनरेशन बढ़ा देता है.
4. Service Center
ऐसे लोग जो प्रोडक्ट का Business नहीं करना चाहते हैं तो वह सोलर सर्विस सेंटर का Business शुरू कर सकते हैं, किसी भी कंपनी के साथ जुड़कर वह उनके प्रोडक्ट्स को सर्विस दे सके हैं और अपना मुनाफा कमा सकते हैं.
5. Solar Panel Manufacturer
सोलर सिस्टम में कई उपकरण लगते है जैसे कि सोलर पैनल, इन्वर्टर, बैटरी, पैनल स्टैंड, वायर, डीसी डीबी, इत्यादि. यदि आप B2B बिजनेस करना चाहते है तो आप Manufacturer बनकर अपना काम कर सकते है. सोलर पैनल manufacturer का प्लांट लगाने के लिए कम से कम 4 से 5 करोड़ की लागत लगता है. इसके लिए आपके पास कम से कम 10 कस्टमर होने चाहिए जिससे प्लांट की प्रोडक्शन सही चल पाये.
6. Project Developer
सोलर इंडस्ट्री में कुछ ऐसे ब्यापार के अबसर है जिसमे आप बिजनेस शुरू कर सकते है. यह बिज़नस करने के लिए सरकारी टेंडर और बड़ी कम्पनीज जैसे कि भारत पेट्रोलियम, इंडियन आयल, इंडिया पोस्ट, रिलायंस टावर, इत्यादि.
7. Solar Influencers
जो लोग बिना कोई भी इन्वेस्टमेंट के इस Business से जुड़ना चाहते हैं तो वह सोलर इन्फ्लुन्सर बन सकते है, और किसी भी कंपनी का प्रोडक्ट सेल करवाकर अपना मुनाफा कमा सकते हैं. इसमें आप डिजिटल मार्केटिंग का कोर्स सीखकर आप ये काम स्टार्ट कर सकते है.
इसके अलाबा भी कुछ ऐसे बिजनेस है जो आज के समय में बहुत ही छोटी है जैसे कि सोलर पर लोन दिलबाना.
किस सोलर कंपनी के साथ जुड़े?
ऊपर दिए गए सोलर बिजनेस Opportunity से समझ गए होगे. अब बात आती है किस सोलर कंपनी के साथ ये काम शुरू करें.
अदानी सोलर (Adani Solar)
अदानी सोलर देश की सबसे बड़ी सोलर पैनल निर्माता कंपनी है. ये अदानी समूह की ईपीसी शाखा है. अदानी सोलर भारत की पहली और सबसे बड़ी सौर कंपनी है जो फोटोवोल्टिक निर्माण (PV) के स्पेक्ट्रम के साथ सेवाओं के साथ उत्पादों की पेशकश करती है. कंपनी के देशभर में 250 मेगावाट से अधिक की परियोजनाएं चल रही हैं जिनसे 400 मेगावाट से अधिक की सौर ऊर्जा उत्पन्न होती है. कंपनी का गुजरात में 1.2 गीगावॉट की क्षमता के साथ भारत का सबसे बड़ा सौर पीवी सेल और मॉड्यूल है.
अदानी सोलर देश में कृषि और उससे जुड़े उद्योगों के लिए अत्याधुनिक तकनीक, मशीनों और उपकरणों की आपूर्ति कर रहा है. कंपनी का उद्देश्य वैश्विक बेंचमार्क के अनुसार लागत नेतृत्व, संचालन के पैमाने और विश्वसनीयता मानकों में मदद करना है. अडानी सोलर अब 3.5 GW वार्षिक उत्पादन क्षमता का विस्तार कर रही है, जो इसे विश्व की शीर्ष 15 सौर निर्माताओं में जगह देती है. कंपनी का हेडक्वाटर गुजरात में है.
विक्रम सोलर लिमिटेड (Vikram Solar)
यह देश की दूसरी सबसे बड़ी सोलर निर्माता और सप्लायर कंपनी है. ज्ञानेश चौधरी द्वारा स्थापित यह कंपनी विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त प्रमुख सौर ऊर्जा प्रदाता कंपनी है जो सबसे बढ़िया क्वालिटी के पीवी मॉड्यूल निर्माण और व्यापक ईपीसी की सप्लायी करती है. देश में सौर क्रांति को आकार देने में विक्रम सोलर लि. का सक्रिय योगदानकर्ता रहा है.
विक्रम सोलर, विक्रम ग्रुप ऑफ कंपनीज का एक हिस्सा है, जिसके पास इंजीनियरिंग और मैन्यूफैक्चरिंग में करीब 4 दशकों का अनुभव है. इस कंपनी ने पश्चिम बंगाल में अपना सबसे बड़ा सोलर प्लांट स्थापित किया है. इसके अलावा यह सोलर कंपनी राजस्थान और तमिलनाडु में कई सफल प्रोजेक्ट भी स्थापित कर चुकी है.
विक्रम सोलर की रेटेड वार्षिक सोलर मोड्यूल उत्पादन क्षमता 1 गीगावॉट से अधिक अपग्रेड की गई है. विक्रम सोलर लिमिटेड देशभर में 1355 मेगावाट से अधिक सौर परियोजनाओं को स्थापित कर चुका है.
विक्रम सोलर का हेडक्वाटर पश्चिम बंगाल के कोलकाता में है. विक्रम सोलर कंपनी के ऑफिस भारत में ही नहीं बल्कि यूरोप और अफ्रीका समेत कई देशों में स्थित है.
वॉरी एनर्जी लि. (Waaree Energy Ltd)
वॉरी ग्रुप की वॉरी एनर्जी लि. भारत की सबसे बड़ी सोलर पीवी मॉड्यूल निर्माता कंपनियों में से एक है जिसकी क्षमता 2 GW है. कंपनी की सूरत में 1.5 गीगावॉट की सोलर पैनल मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट है.
1989 में स्थापित वॉरी एनर्जी लि. की राष्ट्रीय स्तर पर 350 से अधिक शहरों और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 68 देशों में उपस्थिति है. कंपनी ईपीसी सर्विसेज, प्रोजेक्ट डेवलपमेंट, रूफटॉप सॉल्यूशंस और सोलर वॉटर पंप आदि का भारी मात्रा में निर्माण और सप्लाई करती है.
कंपनी के पास ईपीसी सर्विसेज, प्रोजेक्ट डेवलवमेंट, रुफटॉप सोल्यूशंस और सोलर वॉटर पंप और एक स्वतंत्र विद्युत निर्माता के रूप में काफी अच्छा अनुभव है. सोलर पॉवर के अलावा, कंपनी औद्योगिक वल्ब और प्रक्रिया नियंत्रण उपकरण प्रदान करती है.
भारत में स्थापित प्लांट में कंपनी के पास 2 गीगावॉट की सबसे बड़ी सौर पीवी मॉड्यूल निर्माण क्षमता है. कंपनी अपने सोलर उत्पादों की सप्लाई विदेशों में भी करती है.
RENEWSYS सोलर
सोलर ऊर्जा के क्षेत्र में RenewSys इंडिया प्रा.लि. एक प्रमुख कंपनी बनकर उभरी है. ये ENPEE समूह की नई शाखा है जो प्रमुखता से सौर ऊर्जा के क्षेत्र में कार्यरत है. कंपनी सोलर पीवी मॉड्यूल और इससे जुड़े उत्पाद जैसे बैक शीट, सोलर पीवी सेल और EVA-POE का निर्माण और सप्लाई करती है.
कंपनी के देश में दो प्लांट हैं. हैदराबाद में सौर पीवी मॉड्यूल 750 मेगावाट और सौर पीवी सेल 130 मेगावाट जबकि बेंगलुरू में ईवा और पीओई का 1.4 गीगावॉट व बैकशीट का 3 GW उत्पादन हो रहा है.
RENEWSYS सोलर भारत सहित 40 देशों में सोलर और इससे जुड़े प्रोडक्ट का प्रमुख सप्लायर है. कंपनी की मॉरीशस, नाइजीरिया, दक्षिण अफ्रीका, सिंगापुर, यूएई, चीन, यूरोप, अमेरिका और मैक्सिको में उपस्थिति है.
टाटा पावर सोलर (Tata Power Solar)
टाटा पावर सोलर भारत का सबसे विश्वसनीय और भरोसेमंद सोलर पैनल और सौर ऊर्जा से जुड़े प्रोडक्ट का निर्माता और सप्लायर है. कंपनी सोलर पॉवर के क्षेत्र में नए-नए प्रोडक्ट उपलब्ध करवाने में हमेशा ही अग्रणी रही है.
टाटा पॉवर सोलर सिस्टम लिमिटेड सोलर प्रोडक्ट का निर्माण करती है, साथ ही भारत की अग्रणी EPC प्लेयर होने के नाते अपने उपभोक्ताओं को EPC सर्विस भी उपलब्ध करवाती है. कंपनी बीते तीन दशकों से देश में रूफटॉप डोमेन में अग्रणी है.
टाटा कंपनी की औद्योगिक, वाणिज्यिक, ऑन-ग्रिड और ऑफ-ग्रिड सौर परियोजनाओं समेत आवासीय इकाईयों में भी मजबूत पकड़ है. पिछले 20 सालों में इस कंपनी ने दुनिया भर में करीब 1.4 गीगावॉट के सोलर मॉड्यूल उपलब्ध करवाएं हैं.
भारत में 1.5 गीगावॉट के यूटीलिटी स्केल पर और 425 मेगावाट की रूफटॉप सोलर प्रोजेक्ट स्थापित किए हैं।
लूम सोलर (Loom Solar)
लूम सोलर प्रा.लि. भारत की पहली मोनो पैनल निर्माता कंपनी है. इसका हेडक्वाटर हरियाणा के फरीदबाद में है. लूम सोलर ने सोलर पॉवर क्षेत्र में बेहद कम समय में लेटेस्ट सोलर प्रोडक्ट उपलब्ध करवाकर अपनी एक अलग पहचान बनाई है.
लूम सोलर मोनो पैनल बनाने वाली ऐसी पहली सोलर कंपनी है, जो कि 50 वाट से शुरु होकर 350 वाट तक उपलब्ध है. इस पैनल की खास बात यह है कि यह कम धूप और धुंधले मौसम में भी काम करता है.
मोनो पैनल सुबह के 8 बजे से लेकर शाम के 5 बजे तक काम करता है, जबकि नॉर्मल पैनल सुबह के 9 बजे से लेकर शाम शाम के 3 बजे तक ही काम करता है. यह भारत का नंबर 1 मोनो पैनल निर्माता है.
लूम सोलर ने दुनिया का पहला IOT आधारित सोलर एसी मॉड्यूल पिछले साल लॉन्च किया है. 1,500 से अधिक विक्रेताओं के नेटवर्क जाल ने कंपनी की पकड़ को मजबूत किया है. कंपनी के प्लांट की विनिर्माण क्षमता 100 मेगावाट है.
कुछ सालों पहले शुरु हुई कंपनी 10 वाट से 450 वाट सुपर उच्च दक्षता वाले पैनलों की विस्तृत श्रृंखला के चलते भारत में सबसे तेजी से बढ़ते सौर पैनल निर्माताओं और सप्लायर्स में से एक बन गई है.
लूम सोलर भारतीय बाजार में सौर ऊर्जा में उत्पादों की व्यापक रेंज लिए हुए है. छोटे से समय में लूम सोलर ने पैनल मार्केट में 20 फीसदी की उपस्थिति दर्ज कराई है. लूम सोलर ने संयुक्त राज्य अमेरिका में 11वें वार्षिक गोल्डन ब्रिज बिजनेस एंड इनोवेशन अवार्ड्स-2019 में प्रतिष्ठित स्वर्ण और रजत पुरस्कार जीत अपने उत्पादों और विश्वसनीयता का परचम लहराया है.
हेविल्स (HavellsSolar)
हेविल्स इंडिया लि. भारत सहित अंतराष्ट्रीय बाजार में भी अपने इलेक्टॉनिक उपकरणों के साथ साथ हरित ऊर्जा यानि सोलर एनर्जी के लिए प्रमुख तौर पर जानी और मानी जाती है. हेविल्स अपने उपभोक्ताओं को इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और केबल वायर के साथ साथ सोलर पैनल, सोलर इनवर्टर, सोलर लाइट, सोलर बैटरी भी उपलब्ध कराती है.
हैवल्स सोलर पैनल 75 वाट से लेकर 325 वाट तक बाजार में उपलब्ध हैं. हैवल्स पैनल की सबसे खास बात यह है कि इसमें पॉजिटिव पॉवर सहने के क्षमता होती है और यह किसी भी तरह के मौसम में बेहतर प्रदर्शन करते हैं.
हेविल्स सोलर पोर्टल हर सोलर मॉड्यूल को ट्रैक करने में सक्षम है. जब सोलर सिस्टम के तहत एसी के पॉवर को बंद करते हैं, तो इसका डीसी वोल्टेज करीब 1 वाट प्रति ऑप्टिमाइजर के लिए गिरता है, जो कि आग लगने के खतरे को कम करने के लिए एक सेफ वोल्टेज है.
माइक्रोटेक सोलर (Microtek Solar)
माइक्रोटेक इंडटरनेशनल प्रा.लि. की स्थापना 1989 में हुई. पिछले तीन दशकों में कंपनी दुनिया का सबसे बड़े पावर प्रोडक्ट निर्माता के तौर पर उभरी है. माइक्रोटेक इनोवेटिव फोटो वोल्टाइक पर आधारित है. कंपनी के पावर सोलर पैनल 50 वाट से शुरु होकर 325 वाट तक बाजार में उपलब्ध है.
माइक्रोटेक सोलर पैनल 25 साल की वारंटी के साथ प्रीमियम क्वालिटी के इनपुट मटैरियल के साथ बनाए जाते हैं. माइक्रोटेक ने साल 2016 में सोलर पीवी पैनल को ऊर्जा के अंतिम स्त्रोत के रुप में लॉन्च किया था.
एक्साइड (Exide Solar)
एक्साइड भारत की सबसे भरोसमंद ब्रांड में से एक है. कंपनी मुख्य तौर पर बैटरीज़ का निर्माण करती है लेकिन सोलर पावर में भी एक्साइड ने अंतराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है. कंपनी एडवांस टेकनोलोजी और आधुनिक सुविधाओं वाले सोलर प्रोडक्ट अपने ग्राहकों को उपलब्ध करवाती है.
कंपनी सोलर प्रोडक्ट बनाने में उन्नत तकनीक के साथ फोटवोल्टेक मॉड्यूल (PhotoVoltalc Module) का भी इस्तेमाल करती है.
इस कंपनी के सोलर पैनल खराब मौसम स्थितियों में भी काफी अच्छा प्रदर्शन करते हैं. एक्साइड सोलर पीवी मॉड्यूल्स 150wats/12V, सरकार MNRE द्वारा स्वीकृत है.
ये सभी प्रोडक्ट 25 साल की वारंटी के साथ बाजार में उपलब्ध हैं. एक्साइड इंडिया सोलर बैटरीज, सोलर स्ट्रीट लाइट, सोलर पावर प्लांट, सोलर पैनल, सोलर पंप, सोलर होम लाइट, सोलर पावर सिस्टम समेत तमाम सोलर प्रोडक्ट का उत्पादन कर बाजार में उपलब्ध करवाती है.
पतंजली रेन्यूएबल एनर्जी प्रा.लि.
योग गुरु बाबा रामदेव की कंपनी पतंजली कई घरेलू उत्पादों के बल पर अंतराष्ट्रीय स्तर पर अपनी बना चुकी है. अब हरित ऊर्जा को बढा़वा देने के उद्देश्य से पतंजली रेन्यूएबल एनर्जी प्रा.लि. (Patanjali Renewable Energy Pvt Ltd) की शुरुआत की गई और अब ये कंपनी टॉप सोलर कंपनियों में से एक है जो अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस उच्च क्षमता वाले सोलर पैनल का उत्पादन कर किफायती दरों में अपने ग्राहकों को उपलब्ध कराती है.
पतंजली सोलर कंपनी की खासियत यह है कि यह कंपनी गुणवत्ता और दरों को ध्यान में रखते हुए सोलर प्रोडक्ट का निर्माण करती है, ताकि ग्राहकों को सही तरीके से इसका लाभ मिल सकें. पतंजली सोलर पैनल 25 साल की वारंटी के साथ बाजार में उपलब्ध है.
पतंजली सोलर 10Wp से 340Wp तक के उच्च दक्षता वाले पोलीक्रिस्टलीन और मोनोक्रिस्टलीन सोलर पैनल अपने ग्राहकों को भारत में उपलब्ध कराती है. कंपनी अपने सोलर पैनल कई अन्य देशों में भी एक्सपोर्ट करती है.
अन्य कंपनियां (other solar company)
उक्त 10 टॉप कंपनियों के अलावा कनेडियन सोलर, ट्रीना सोलर और जिनको सोलर भी देश में सोलर पैनल और उससे जुड़े उपकरणों के निर्माता एवं सप्यालर्स हैं. प्रमुख पावर बैकअप निर्माता कंपनी ल्यूमिनस अधिकांश सोलर प्रोडक्ट निर्माताओं को अपनी बैटरी उपलब्ध कराता है.
कौनसा सोलर पैनल है सबसे अच्छा [कम्पेरिज़न]
मॉडल | अदानी सोलर | विक्रम सोलर | वॉरी एनर्जी | RENEWSYS | टाटा पावर |
प्रोजेक्ट | 400MW | 1355MW | – | 300MW | 315MW |
वार्षिक उत्पादन | 1.5GW | 1.2GW | 2GW | 1.4GW | 1.8GW |
प्रोडक्ट रेंज | EPC, Rooftop | EPC, Rooftop | EPC, Rooftop | EPC, Rooftop | EPC, Rooftop |
मॉड्यूल रेंज | 600+Wp | 10-505Wp | 400+wp | 300+Wp | 820.8Wp |
हेडक्वाटर | गुजरात | कोलकाता | मुंबई | मुंबई | मुंबई |
मॉडल | लूम सोलर | हेविल्स | माइक्रोटेक | एक्साइड | पतंजली |
प्रोजेक्ट | 300 MW | – | 200 MW | 200MW | 215MW |
वार्षिक उत्पादन | 1.2 GW | 1.2GW | 1.2GW | 1.2GW | – |
प्रोडक्ट रेंज | EPC, Rooftop | Rooftop | EPC, Rooftop | EPC, Rooftop | EPC, Rooftop |
मॉड्यूल रेंज | 50-350Wp | 75-325Wp | 50-325Wp | 3-250Wp | 850Wp |
हेडक्वाटर | फरीदाबाद | नोएडा | दिल्ली | कोलकाता | नोएडा |
भविष्य का बिजनेस है सोलर पावर?
बिजली की किल्लत और स्मार्ट बिजनेस के लिए वैकल्पिक ऊर्जा यानी सोलर ऊर्जा पर निर्भरता आने वाले दिनों में तेजी से बढ़ेगी. वहीं, देश में डब्ल्यूटीओ के मानकों पर 2022 तक 20,000 मेगावाट से एक लाख मेगावाट तक सौर ऊर्जा पैदा करने का लक्ष्य रखा गया है. इसके साथ ही ऐतिहासिक पेरिस जलवायु समझौते के तहत भारत ने 2030 तक गैर जीवाश्म ईंधन स्रोतों से 40 प्रतिशत बिजली पैदा करने का टार्गेट रखा है.
मेक इन इंडिया के तहत सोलर पैनल्स को बढ़ावा दिया जा रहा है. ऐसे में आप समझ सकते हैं कि सौर ऊर्जा का कारोबार बड़ी संभावनाएं और अवसर लेकर आ रहा है. खुद के बिजनेस के अलावा इस सेक्टर में नौकरियों की भी कमी नहीं है.
International Renewable Energy Agency के मुताबिक दुनियाभर में पिछले एक साल में रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में 11 मिलियन से ज्यादा नौकरियां पैदा हुई हैं. इसके अलावा भारत इस सेक्टर में तेजी से आगे बढ़ रहा है.
निवेश के लिए पैसे कहां से आएंगे?
वैसे तो इसका शुरुआती निवेश काफी कम है लेकिन फिर भी अगर आपके पास पैसे नहीं हैं तो कई बैंक इसके लिए फाइनेंस करते हैं. आप इसके लिए सोलर सब्सिडी स्कीम, कुसुम योजना, राष्ट्रीय सौर ऊर्जा मिशन के तहल बैंक से SME लोन ले सकते हैं. एक अनुमान के मुताबिक, इस बिजनेस से महीने में 30 हजार रुपए से लेकर 1 लाख रुपए तक कमाई हो सकती है.
इसके साथ ही सोलर बिजनेस के लिए कई स्कीमों के तहत भारत सरकार 30 प्रतिशत तक की सब्सिडी देती है. इस स्कीम के बारे में आप हर जिले के अक्षय ऊर्जा विभाग में जाकर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.
‘वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड’ प्लान
- यह दुनिया को सोलर पावर से जोड़ने का विस्तृत प्लान है, जिसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कई बार दोहराया है.
- इसके तहत एक कॉमन ग्रिड के जरिए 140 देशों को जोड़ेने की योजना है.
- ग्लोबल ग्रिड की योजना का भारत की ओर से सहसंस्थापित इंटरनेशनल सोलर अलांयस (आईएसए) को मजबूत करेगा, जिसमें अभी भारत समेत 67 देश शामिल हैं.
- यह सोलर ग्रिड दो जोन में बंटा होगा. ईस्ट जोन में म्यांमार, वियतनाम, थाइलैंड, लाओ, कंबोडिया जैसे देश शामिल होंगे.
- वहीं वेस्ट जोन मिडिल ईस्ट और अफ्रीका क्षेत्र के देशों को कवर करेगा.
- इससे आप इस सेक्टर के मौकों का अंदाजा लगा सकते हैं.
निष्कर्ष
सोलर का बिजनेस हर साल 3 गुना की रफ़्तार से बढ़ रही है. जो इस बिजनेस को एक डीलर बनकर शुरू किये थे वो आज अपने जिले के डिस्ट्रीब्यूटर बन चुके है और जो सोलर इन्फ़्लुएकेनेर बनकर शुरू किये थे वो आज अपना इंस्टालेशन और खुद का बिजनेस चला रहे है. इससे आपको आईडिया लग गया होगा कि सोलर बिजनेस का भविष्य कैसा होगा.