राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा से लेकर, कोर्ट फैसले तक, UPSC, CGPSC और VYAPAM में पूछे जा सकते हैं ये सवाल

UPSC सिविल सर्विस 2023 के लिए इंटरव्यू की प्रक्रिया जारी है. वहीं, आगामी दिनों में छत्तीसगढ़ में भी सी जी पी एस सी समेत कई परीक्षा होने वाली है साथ ही यूपी पीसीएस 2024 के लिए आवेदन प्रक्रिया चल रही है. मार्च महीने में यूपी पीसीएस 2024 परीक्षा आयोजित की जाएगी. सरकारी परीक्षाओं में राम मंदिर से जुड़े सवाल पूछे जा सकते हैं. ऐसे में अयोध्या राम मंदिर निर्माण से जुड़े कुछ अहम सवाल-जवाब यहां देख सकते हैं.

अयोध्या में श्रीराम मंदिर का निर्माण इन दिनों सबसे ज्यादा चर्चा में है. यही वजह है कि UPSC Civil Service और UP PCS जैसी परीक्षाओं में भी इससे जुड़े सवाल पूछे जा सकते हैं. राम मंदिर का मुद्दा कब अदालत में पहुंचा, कोर्स का क्या फैसला था और मंदिर के निर्माण में क्या-क्या हो रहे हैं इससे जुड़े सवाल सरकारी नौकरी के लिए परीक्षा में पूछे जा सकते हैं.

साल 2023 के यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा मेन्स परीक्षा का रिजल्ट दिसंबर 2023 के आखिरी हफ्ते में जारी किया गया. मेन्स रिजल्ट के साथ-साथ UPSC CSE 2023 Interview का शेड्यूल जारी हो गया था. इंटरव्यू की प्रक्रिया 2 जनवरी से शुरू हो गई है और 16 फरवरी तक चलेगी. राम मंदिर से जुड़े कुछ अहम सवाल-जवाब आगे देख सकते हैं. ये सवाल इंटरव्यू से लेकर लिखित परीक्षा तक में काम आ सकते हैं.

अयोध्या राम मंदिर से जुडी मुख्य बिंदु:

  • अयोध्या राम मंदिर का लेआउट:
    • मंदिर 20-20 फुट ऊँची तीन मंज़िलों पर बना है, जिनमें कुल 392 खंभे और 44 दरवाज़े हैं।
    • निर्माण में मकराना संगमरमर और गुलाबी बलुआ पत्थर, ग्रेनाइट पत्थर एवं रंगीन संगमरमर का उपयोग किया गया है।
    • मंदिर की नींव रोलर-कॉम्पैक्ट कंक्रीट की 14 मीटर मोटी परत से बनी है और ज़मीन की नमी से बचाने के लिये 21 फुट ऊँचा ग्रेनाइट प्लिंथ लगाया गया है।
    • निर्माण में कहीं भी लोहे का प्रयोग नहीं किया गया है।
  • मंदिर की स्थापत्य शैली, गर्भगृह , मंडप (हॉल) और मंदिरों के साथ नागर शैली है।
  • परिसर का प्रत्येक कोने में सूर्य, भगवती, गणेश, शिव की मूर्ति स्थापित होगी। उत्तरी और दक्षिणी भुजाओं पर क्रमशः अन्नपूर्णा तथा हनुमान के मंदिर बनाए जाएंगे।
  • महर्षि वाल्मिकी, वशिष्ठ, विश्वामित्र, अगस्त्य, निषाद राज, शबरी आदि के मंदिर भी प्रस्तावित हैं।

मंदिर वास्तुकला की नागर शैली

  • इसे पहली बार उत्तर भारत में 5वीं शताब्दी ईस्वी में गुप्त काल के दौरान विकसित किया गया था, यह शैली उत्तरी, पश्चिमी और पूर्वी भारत (बंगाल क्षेत्र को छोड़कर) में लोकप्रिय है, खासकर मालवा, राजपुताना एवं कलिंग के आसपास के क्षेत्रों में।
  • यह एक साधारण पत्थर के मंच पर बनाया गया है जिसमें मंदिर तक जाने के लिये सीढ़ियाँ हैं।
  • इसकी विशेषताओं में शामिल हैं:
    • शिखर: गर्भगृह हमेशा उच्चतम शिखर के ठीक नीचे स्थित होता है। शिखर पर एक कलश (अमलका) भी स्थापित है।
      • शिखर के प्रकार: रेखा-प्रसाद या लैटिना (ओडिशा का श्रीजगन्नाथ मंदिर), शेखरी (खजुराहो कंदारिया महादेव मंदिर), वलभी (तेली का मंदिर), फमसाना (कोणार्क मंदिर का जगमोहन)।
  • चारदीवारी या प्रवेश द्वार का अभाव।
  • वे उड़ीसा शैली, चंदेल शैली और सोलंकी शैली हैं।

Current Affairs Question राम मंदिर पर

सवाल: अयोध्या राम मंदिर का विवाद पहली बार अदालत में कब पहुंचा?

जवाब: साल 1885 में पहली बार मामला फैजाबाद जिला अदालत में पहुंचा था. महंत रघुबर दास ने फैजाबाद के उप-जज के सामने याचिका दायर की थी.

सवाल: अयोध्या राम मंदिर विवाद की लड़ाई अदालत में कितने सालों तक चली?

जवाब: कुल 134 साल अदालत में केस चला. इसमें 102 साल फैजाबाद जिला अदालत में, 23 साल इलाहाबाद हाईकोर्ट में और फिर 9 साल सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर का मामला चला.

सवाल: राम मंदिर का फैसला सुनाने वाले जज कौन थे?

जवाब: पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई, जस्टिस एस ए बोबडे, वर्तमान सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़, पूर्व न्यायाधीश अशोक भूषण ौर एस अब्दुल नजीर ने फैसला सुनाया था.

सवाल: राम मंदिर की डिजाइन किसने तैयार की?

जवाब: अहमदाबाद के चंद्रकांत सोमपुरा और उनके बेटे आशीष सोमपुरा ने मॉडल डिजाइन तैयार किया. वहीं, राम मंदिर का डिजाइन इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन कंपनी लार्सन एंड टुब्रो (Larsen and Toubro) ने तैयार किया और उसके निर्माण को भी अंजाम दिया.

सवाल: राम मंदिर का निर्माण किस शैली में हुआ है?

जवाब: नागर शैली में राम मंदिर का निर्माण हुआ है. नागर शैली के मंदिरों में योजना तथा ऊंचाई को मापदंड रखा गया है. नागर वास्तुकला में वर्गाकार योजना के आरंभ होते ही दोनों कोनों पर कुछ उभरा हुआ भाग प्रकट हो जाता है जिसे ‘अस्त’ कहते हैं.

सवाल: राम मंदिर का निर्माण किस पत्थर से हुआ है?

जवाब: राम मंदिर में राजस्थान का मशहूर मकराना पत्थर का इस्तेमाल हुआ है.

सवाल: मकराना पत्थर क्या है?

जवाब: राजस्थान के मकराना से निकाला गया एक मार्बल है. मकराना मार्बल को दुनिया की सबसे बेहतरीन क्वालिटी की मार्बल माना गया है.

सवाल: राम मंदिर में भगवान श्रीराम की मूर्ति तराशने वाले शिल्पकार कौन हैं?

जवाब: अरुण योगीराज कर्नाटक के मैसूर के रहने वाले हैं. उनकी की पीढियां मूर्तिकला के पेशे से जुड़ी हुई हैं.

सवाल: राम मंदिर के निर्माण में कितना खर्च आया?

जवाब: राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा तक हुए निर्माण में करीब 1100 करोड़ रुपए का खर्च आया. अनुमान है कि अभी 300 करोड़ का और खर्च आएगा.

सवाल: 22 जनवरी को ही क्यों राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की जा रही?

जवाब: भगवान राम का जन्म अभिजीत मुहूर्त में हुआ था. 22 जनवरी 2024 को भी अभिजीत मुहूर्त का संयोग बनता दिख रहा है, इसी वजब से प्राण प्रतिष्ठा इस दिन की जा रही है.

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रामलला मूर्ति से जुड़े प्रश्न है-

1-रामलला की मूर्ति में भगवान विष्णु के कितने अवतार को दिखाया गया है. 

जवाब – 10 अवतार

2-रामलला मूर्ति की ऊंचाई कितनी है

जवाब – 51 इंच

3-रामलला मूर्ति का वजन कितना है

जवाब – लगभग 200 किलो

4- रामलला मूर्ति की चौड़ाई कितनी है

जवाब – इसकी कुल ऊंचाई 4.24 फीट, जबकि चौड़ाई तीन फीट है.

5- रामलला की मूर्ति में किस स्वरूप को दर्शाया गया है

जवाब – 5 वर्ष का बाल स्वरूप को

5-रामलला मूर्ति को किस पत्थर से तैयार किया गया है

जवाब – शालिग्राम जो लगभग 6 करोड़ साल पुराना है.

6- रामलला की मूर्ति का रंग क्या है

जवाब – श्यामल रंग है

7- शालिग्राम पत्थर कहां पाया जाता है

नेपाल की पवित्र नदी गंडकी के किनारे पाया जाता है, इसे देवशिला भी कहते हैं.

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