रायपुर का नया मास्टर प्लान
- राजधानी रायपुर का मास्टर प्लान बना लिया गया है. इसे राज्य शासन की मंजूरी मिल गई है. इस संबंध में नगर तथा निवेश विभाग ने राजपत्र में अधिसूचना भी प्रकाशित कर दी है. अधिसूचना के प्रकाशन के साथ ही रायपुर का मास्टर प्लान लागू कर दिया जाएगा.
- आवास एवं पर्यावरण विभाग ने रायपुर के मास्टर प्लान में आई करीब 1450 दावा आपत्तियों के निराकरण के बाद मास्टर प्लान को स्वीकृत कर लिया है. बताया जा रहा कि मास्टर प्लान का प्रकाशन करने के लिए इसे शासकीय मुद्रणालय में भेजा गया है. छपाई का काम पूरा होने के बाद यह सार्वजनिक रूप से उपलब्ध हो जाएगा.
2031 की जनसंख्या के अनुमान पर बना है मास्टर प्लान
राजधानी रायपुर को दिनों-दिन बढ़ती जनसंख्या को देखते हुए वर्ष 2031 में जनसंख्या का अनुमाना लगाते हुए टाउन एंड कंट्री प्लानिंग ने जया मास्टर प्लान तैयार किया है. इससे पहले 2021 के लिए मास्टर प्लान बनाया गया था. इस मास्टर प्लान में सड़कों से लेकर ऐसे कई काम थे, जिसके अनुसार शहर का डेवलपमेंट नहीं हो पाया है. नए मास्टर प्लान में छूटे हुए कामों को शामिल किया गया है. वर्ष 2031 के लिए बनाया गया मास्टर प्लान भी डेवलपमेंट पर आधारित है. इसमें शहर के कई इलाकों के खड़ों को मानचित्र में आमोद प्रमोद लैंड यूज में दर्शाया गया है. इसमें खारुन नदी के किनारे से एक किमी तक लगे कई इलाके भी शामिल हैं. नदी के किनारे हरित जोन क्षेत्र और आसपास के इलाके आमोद-प्रमोद में लिए गए है.
परीक्षा की दृष्टिकोण से आपके जानने योग्य महत्वपूर्ण बिंदु :
एक शहर अपने नागरिकों की जीवनशैली, सामाजिक रहन-सहन, आर्थिक विकास और साझा संसाधनों के संचयन के लिए एक माहितीपूर्ण, योजनाबद्ध, और व्यावसायिक रूप से अनुकूल नक्शा होना आवश्यक है। इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए, सरकारें शहरों के विकास और प्रबंधन के लिए मास्टर प्लान तैयार करती हैं।
यह नगर निगमों, नगर पंचायतों या अन्य संस्थाओं द्वारा निर्मित होता है। इस लेख में, हम गहराई से जानेंगे कि किसी शहर का मास्टर प्लान क्या होता है, इसका महत्व क्या है, इससे क्या लाभ होते हैं और यह तैयार कैसे किया जाता है। साथ ही, हम छत्तीसगढ़ के विशेष रूप से रायपुर शहर के संदर्भ में इसे देखेंगे।
किसी शहर के विकास में नए योजनाबद्ध नक्शे या मास्टर प्लान का होना विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। यह योजना शहर के सभी क्षेत्रों के विकास और प्रबंधन की दिशा तय करती है जिससे वह स्थायी और विकसित बन सके। एक अच्छी मास्टर प्लान द्वारा, शहर को समृद्ध, सामर्थ्यवान, सुरक्षित, और स्वच्छ बनाने के लिए संसाधनों का समयबद्ध उपयोग करने का निर्धारण होता है।
मास्टर प्लान की महत्वता:
- समृद्धि के मार्गदर्शन: मास्टर प्लान शहर के विकास के लिए एक संरचित दृष्टिकोन प्रदान करता है। यह योजना नए स्थानों का चयन, इंफ्रास्ट्रक्चर, और सार्वजनिक सुविधाओं के विकास को ध्यान में रखते हुए शहर को एक समृद्ध और प्रगतिशील बनाने के मार्गदर्शन का कार्य करता है।
- शहरी विकास में सामर्थ्य विकास: मास्टर प्लान शहर के विभिन्न क्षेत्रों के सामर्थ्य विकास को ध्यान में रखकर संसाधनों का समयबद्ध और उचित उपयोग करने में मदद करता है। इससे शहर की विकास की व्यावसायिकता बढ़ती है और स्थायी रूप से उन इमारतों और सुविधाओं का विकास किया जा सकता है, जिन्हें आवश्यकता होती है।
- सामाजिक समावेश: मास्टर प्लान में सामाजिक समावेश के मूल्यकारी अनुभवों का ख्याल रखा जाता है, जिससे शहर का विकास सभी वर्गों के लिए समान रूप से हो सके। यह सामाजिक और आर्थिक तौर पर क्षमता के आधार पर विकास की अनुमति देता है, जिससे गरीब और वंचित वर्गों को विकास के लाभ से भी आनंद मिल सके।
- स्थायित्व: एक अच्छा मास्टर प्लान शहर के विकास को स्थायी बनाता है। यह शहर को भविष्य की आवश्यकताओं के साथ जुड़ा रहने में मदद करता है, जिससे शहरी विकास सटीक, विश्वसनीय, और विकासशील रूप से हो सके।
- पर्यावरणीय समरसता: मास्टर प्लान पर्यावरणीय समरसता के साथ शहर के विकास को सुनिश्चित करता है। इसमें शहर की प्राकृतिक संसाधनों, वन्यजीवन के संरक्षण, प्रदूषण नियंत्रण, और स्वच्छता के माध्यम से विकास की दिशा में सावधानी रखी जाती है।
- आर्थिक विकास: मास्टर प्लान के माध्यम से, निवेशकों को सही स्थान पर निवेश करने का मार्गदर्शन मिलता है और उन्हें आर्थिक रूप से लाभकारी परिणाम मिलते हैं। यह शहर के आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करता है और रोजगार के अवसर प्रदान करता है।
रायपुर शहर का मास्टर प्लान:
छत्तीसगढ़ राज्य की राजधानी रायपुर एक विकसित शहर है जिसमें इसे भारतीय शहरी विकास प्राधिकरण (सीएसईडीसी) के माध्यम से शहर के विकास की योजनाबद्ध रूप से विकसित किया जा रहा है। रायपुर के मास्टर प्लान में निम्नलिखित कुछ विशेष बिंदुओं को ध्यान में रखा गया है:
- स्थानीय विकास: रायपुर में स्थानीय विकास के लिए समर्पित कई प्रोजेक्ट्स हैं जो शहर की सभी क्षेत्रों को समान रूप से विकसित करते हैं। इसमें सड़कों, सड़क मार्गों, पुलों, और पार्कों के विकास का भी ध्यान रखा जाता है।
- इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास: शहर के इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए नए योजनाबद्ध नक्शे के तहत सड़कों, पुलों, चौराहों, पार्कों, पानी के संसाधन, विद्युत संरचना और अन्य सुविधाओं को प्लान किया जाता है।
- सार्वजनिक सुविधाएं: रायपुर में सार्वजनिक सुविधाएं के विकास के लिए कई प्रोजेक्ट्स की योजना बनाई गई है। इसमें स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, समुदायिक केंद्र, बाजार, मनोरंजन केंद्र आदि शामिल हैं।
- आर्थिक उद्दीपन: रायपुर के विकास के लिए निवेशकों को प्रोत्साहित करने के लिए विशेष कई आर्थिक प्रोजेक्ट्स हैं। यह शहर के आर्थिक उद्दीपन को बढ़ाने के लिए उचित माध्यम प्रदान करते हैं और रोजगार के अवसर प्रदान करते हैं।
- पर्यावरण समरसता: रायपुर के मास्टर प्लान में पर्यावरणीय समरसता के लिए विशेष ध्यान दिया गया है। इसमें प्राकृतिक संसाधनों, पार्कों, बागिचों, और वन्यजीवन के संरक्षण को प्राथमिकता मिलती है।
मास्टर प्लान बनाने की प्रक्रिया:
एक मास्टर प्लान तैयार करने की प्रक्रिया कई चरणों से गुजरती है। इसमें संबंधित विभागों, विशेषज्ञों, सरकारी अधिकारियों, और नागरिकों के सहयोग से एक योजना तैयार की जाती है। कुछ मुख्य चरण हैं:
- शहर का स्वयंभू अध्ययन: पहले चरण में, शहर के स्वयंभू अध्ययन के माध्यम से विभागों, नागरिकों, और विशेषज्ञों से तकनीकी और सामाजिक परिप्रेक्ष्य में जानकारी इकट्ठी की जाती है।
- योजना तैयारी: उपलब्ध जानकारी और तकनीकी डेटा के आधार पर योजना की तैयारी की जाती है। यह शहर के सभी क्षेत्रों के विकास और प्रबंधन को शामिल करती है।
- समर्थन और संगठन: योजना को लागू करने के लिए सरकारी अधिकारियों, विशेषज्ञों, और संबंधित संस्थाओं का समर्थन और सहयोग प्राप्त किया जाता है।
- स्वीकृति और लागू करना: अंतिम चरण में, योजना को स्वीकृति और लागू करने के लिए आवश्यक अनुमति प्राप्त की जाती है। इसके बाद योजना को क्रियान्वित किया जाता है और निर्माण कार्य किया जाता है।
संक्षेपण:
किसी शहर का मास्टर प्लान उसके विकास के लिए एक महत्वपूर्ण योजना होता है। यह शहर को समृद्ध, सामर्थ्यवान, स्थायी, और पर्यावरण से समरस बनाने का निर्धारण करता है। इसके माध्यम से सही समय पर सही स्थान पर निवेश करके आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलता है और शहर के सभी वर्गों को समान रूप से विकास के लाभ से आनंद मिलता है।
रायपुर शहर मास्टर प्लान 2031 छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के भविष्य के विकास के लिए एक दस्तावेज है। यह एक व्यापक योजना है जो शहर के भूमि उपयोग, परिवहन, आवास, सार्वजनिक सेवाओं और अन्य बुनियादी ढांचे के विकास को निर्धारित करती है। मास्टर प्लान का उद्देश्य रायपुर को एक सुंदर, सुरक्षित और समृद्ध शहर बनाना है।
मास्टर प्लान में रायपुर के विकास के लिए निम्नलिखित क्षेत्र शामिल हैं:
- नए आवासीय क्षेत्रों का विकास
- नई व्यावसायिक क्षेत्रों का विकास
- नई परिवहन व्यवस्था का विकास
- नई सार्वजनिक सेवाओं का विकास
- नए पार्कों और उद्यानों का विकास
- नए नदी तटबंधों का विकास
- नए पर्यटन स्थलों का विकास
मास्टर प्लान के सफल होने से रायपुर के लोगों को एक बेहतर जीवन जीने के अवसर प्राप्त होंगे। वे बेहतर आवास, परिवहन, सार्वजनिक सेवाओं और अन्य बुनियादी ढांचे का लाभ उठा सकेंगे। वे एक स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण में रह सकेंगे। और वे एक समृद्ध और समुदाय-केंद्रित शहर का हिस्सा बन सकेंगे।
रायपुर शहर मास्टर प्लान 2031 एक महत्वाकांक्षी योजना है। लेकिन यह एक योजना है जो रायपुर को एक महान शहर बनाने के लिए आवश्यक है। इस योजना के सफल होने से रायपुर छत्तीसगढ़ के लिए एक प्रेरणा और एक मॉडल बन जाएगा।
छत्तीसगढ़ के विशेष रूप से रायपुर शहर के संदर्भ में, रायपुर नगर निगम के माध्यम से मास्टर प्लान तैयार किया जाता है। इसमें शहर के सभी क्षेत्रों के विकास और प्रबंधन को समर्थन करने के लिए कई प्रोजेक्ट्स की योजना बनाई गई हैं। यह शहर को स्वच्छ, सुरक्षित, और समृद्ध बनाने के लिए कई उपायों को ध्यान में रखता है और पर्यावरणीय समरसता की दिशा में भी गहराई से सोचता है। इस तरीके से, रायपुर शहर का मास्टर प्लान उसके विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और नए शहर के रूप में उभरने में मदद करता है।
Best 23 Tourist Places In Chhattisgarh Unveiled: Unforgettable Adventures in India’s Best-Kept Secret
खारुन के किनारे ग्रीन जोन
राजधानी रायपुर के खारुन नदी के किनारे हरित एवं उसके आसपास क्षेत्र को आमोद-प्रमोद लैंड यूज में रखा गया है. इसके बावजूद यह क्षेत्र तेजी के साथ आवासीय और व्यावसायिक क्षेत्र के रूप में डेवलप होता जा रहा है. ब्लाक टाउन एक प्लानिंग रायपुर के अधिकारियों के अनुसार नया मास्टर प्लान लागू होने के बाद इस क्षेत्र को हरित और आमोद-प्रमोद क्षेत्र के रूप में विकसित करने के दौरान जो भी बाधा आएगी, उसे दूर किया जाएगा. इसके लिए कार्रवाई करने की जरूरत पड़ी तो वह भी की जाएगी.
50 साल में 5 प्लान बनने थे, लेकिन बने केवल तीन, एक साल देर से जारी
रायपुर में 50 साल में केवल तीन मास्टर प्लान बने हैं। शहर का पहला मास्टर प्लान 1971 में बना था। उस समय इसमें 30 वार्ड शामिल थे। बाद में बने दूसरे और अभी तीसरे मास्टर प्लान में 70 वार्डों को शामिल किया गया। तीसरा मास्टर प्लान 2021 तक के लिए बनाया गया था। इसे 2021 में ही लागू करना था, लेकिन इस पर देरी हुई। कोरोना और लॉकडाउन की वजह से एक साल और बीत गया। इसलिए इसे अब 2022 में जारी किया जा रहा है।
रिंग रोड नंबर चार बनेगी
मास्टर प्लान 2021 में कुल 4 रिंग रोड प्रस्तावित किए गए थे। हालांकि, वर्तमान में केवल रिंग 01 और रिंग 02 बन पाए हैं। रिंग रोड 03 को फिर से प्लान किया गया और इसका नाम बदलकर रिंग रोड 04 कर दिया गया। चौंकाने वाली बात यह है कि मास्टर प्लान 2021 में एमएआर व आरआर सड़कों के समेत 70 नई सड़कें बननी थी, जिसमें से तकरीबन 12 प्रतिशत सड़कों का निर्माण नहीं हुआ न अब संभव है। इसके अलावा 43 फीसदी सड़कों का चौड़ीकरण नहीं हुआ है।
इन क्षेत्रों का बदला है लैंडयूज
अब मास्टर प्लान के तहत बोरियाकला एजुकेशन हब, कचना प्रीमियम रेसिडेंशियल जोन, गिरौद को लॉजिस्टिक हब, टाटीबंध को ट्रांसपोर्टेशन जोन, तिल्दा को नया औद्योगिक क्षेत्र के रुप में डेव्हलप करने की योजना बनाई गई है। इस विकास योजना में अहम भूमिका सड़कों का निर्माण किया जाएगा। इन क्षेत्रों में सबसे ज्यादा लैंड यूज में बदलाव किया गया है। यहां से दावा-आपत्ति आ सकती है।
1. एम.आर.क्र. – 1 रायपुर धमतरी छोटी रेल लाईन को स्थानांतरित कर उसके स्थान पर एम.आर.क्र. 1 विकास योजना 2011 में प्रस्तावित किया गया था, उसी को फिर से प्रस्तावित किया जाता है। यह मार्ग गुढ़ियारी अंडर पास से शुरु होकर बिलासपुर मार्ग, बलौदाबाजार मार्ग मुख्य मार्ग क्रमांक 3 एवं रिंग रोड क्रमांक 4 होते हुए निवेश क्षेत्र की सीमा तक बनेगी। चौड़ाई 50 मीटर
2. एम.आर.क्र.- 2 यह मार्ग रायपुर वाल्टेयर रेलवे लाइन के दक्षिण की ओर रेलवे लाइन के समानांतर एमआर क्रमांक 4 एवं जोरा होते हुए निवेश क्षेत्र सीमा तक प्रस्तावित की गयी है। चौड़ाई 30 से 50 मीटर
3. एम.आर.क्र.- 3 एम.आर. क्रमांक 2 से निकलकर वर्तमान शंकर नगर मार्ग रेखांकन के अनुरूप सिविल लाइन होते हुए पुलिस लाइन एवं बूढ़ा तालाब मार्ग से होकर लाखे नगर चौक तक। चौड़ाई 30 मीटर।
4. एम.आर.क्र. – 4 वर्तमान सदर बाजार रोड़ से आजाद चौक से प्रारंभ होकर कटोरा तालाब होते हुए रिंग मार्ग क्रमांक 1 अशोका मिलेनियम के निकट तक। 18 से 30 मीटर करना।
5. एम.आर.क्र. – 5 पैराडाइज होटल के समीप से प्रारंभ होकर पश्चिम दिशा में बाईपास रेल मार्ग पर एमआर क्रमांक 18 को मिलेगा, उसके पश्चात गोंदवारा मार्ग को आरआर क्रमांक 2 को पार करते हुए एमआर. क्रमांक 17(ब) तक। 18 मीटर, 2 मीटर, 30 मीटर
6. एम.आर.क्र. – 6 जी.ई. मार्ग पर आमापारा चैक के पास से शुरू होकर उत्तर की ओर वर्तमान मार्ग से तेलघानी नाका रेलवे ओवर ब्रिज होते हुए एम.आर. क्रमांक 18 को पार कर रिंग रोड क्रमांक 2 को जोड़ते हुए एम.आर. क्रमांक 5 में मिलेगा। 24 से 30 मीटर किया जाएगा।
7. एम.आर.क्र. – 7 रेलवे स्टेशन से प्रारंभ होकर वर्तमान जेल रोड, फाफाडीह चौक होते हुए शास्त्री चौक पर मिलेगा। 30 मीटर, 25 मीटर, 30 मीटर।
8. एम.आर.क्र. – 8 शारदा चौक से गुरुनानक चौक होते हुए स्टेशन मार्ग से होते हुए रेलवे स्टेशन को जोड़ता है। 20 मीटर।
9. एम.आर.क्र. – 9 चूना भट्टी के निकट वर्तमान रेलवे गुढ़ियारी अंडर पास से शुरू होकर उत्तर की ओर एम.आर क्रमांक 5 को जोड़ते हुए बिलासपुर मार्ग में मिलेगा। 20 मीटर।
10. एम.आर.क्र. – 10 बिलासपुर मार्ग से प्रारंभ होकर उत्तर की ओर एमआर. क्रमांक 2 को पार कर खाद्य निगम गोदाम के आगे मोवा होते हुए एम.आर. क्रमांक 10 (अ) में मिलेगा। 24 मीटर से 30 मीटर किया जाएगा।
11. एम.आर.क्र. – 10 (अ) एम.आर. क्रमांक 32 से प्रारंभ होकर पूर्व की ओर मुख्य मार्ग क्रमांक 33 से मिलेगा। 30 मीटर
12. एम.आर.क्र. – 10 (ब) एम.आर. क्रमांक 10 से प्रारंभ होकर दक्षिण दिशा में एम.आर. क्रमांक 33 से पूर्व की ओर। 30 मीटर
13. एम.आर.क्र. – 11 बलौदाबाजार मार्ग से प्रारंभ होकर मुख्य मार्ग क्रमांक 2 के समानांतर वाल्टेयर रेलवे लाईन के दूसरी ओर उत्तर की ओर रिंग रोड क्रमांक 4 को पार करते हुए निवेश क्षेत्र की सीमा तक। 30 मीटर, 45 मीटर
14. एम.आर.क्र. – 12 मुख्य मार्ग क्रमांक 3 (बूढ़ातालाब) के समीप मार्ग संगम से प्रारंभ होकर महाराजबंध वर्तमान मार्ग तक रेखण के अनुरूप पश्चिम में खोखो तालाब के दक्षिण से होते हुए एम.आर. क्रमांक 1 को मिलता है। 30 मीटर
15. एम.आर.क्र. – 12 (अ) चंगोराभाठा चैक के समीप से प्रारंभ होकर दक्षिण की ओर वर्तमान मार्ग संरचना के अनुरूप एम.आरक्रमांक 21 से मिलेगा। 30 मीटर।
16. एम.आर.क्र. – 13 पिकाडिली होटल के निकट जी.ई. मार्ग से प्रारंभ होकर वर्तमान कोटा गुढ़ियारी मार्ग – एम.आर. क्रमांक 16 को पार कर वर्तमान गुढ़ियारी अंडर पास में मिलेगा। 30 मीटर।
17. एम.आर.क्र. – 13 (अ) कोटा मार्ग संगम (एम.आर. क्रमांक 13 पर) से प्रारंभ होकर कोटा बस्ती के पूर्व से नहर के किनारे रेलवे लाईन के समानांतर एम.आर. क्रमांक 6 जोड़ेगा। 30 मीटर।
18. एम.आर.क्र. – 14 जी.ई. मार्ग पर आमापारा चैक से प्रारंभ होकर वर्तमान महादेव घाट मार्ग रेखांकन के अनुरूप खारून नदी तक। 24 मीटर, 30 मीटर, 45 मीटर
19. एम.आर.क्र. – 14 (अ) बूढ़ातालाब मार्ग संगम (मुख्य मार्ग क्रमांक 3) से प्रारंभ होकर मठपारा चैक होते हुए एम.आरक्रमांक 27 में मिलता है। 30 मीटर।
20. एम.आर.क्र. – 15 बलौदाबाजार मार्ग (अवंती बाई चैक) से प्रारंभ होकर वर्तमान शंकर नगर पंडरी मार्ग एवं कचना मार्ग के रेखांकन के अनुरूप क्रमागत बढ़ते हुए एम.आर. क्रमांक 23 से निवेश क्षेत्र तक। 30 मीटर से 45 मीटर
21. एम.आर.क्र. – 15 (अ) एम.आर. क्रमांक 15 से प्रारंभ होकर एम.आर क्रमांक 45 को पार करते हुए एमआर क्रमांक को जोड़ता है। 30 मीटर।
22. एम.आर.क्र. – 16 जीई मार्ग को एम.आर. क्रमांक 13 को पार करते हुए एम.आर. क्रमांक 6 को जोड़ेगा। 18 से 30 मीटर किया जाएगा।
23. एम.आर.क्र. – 16 (अ) बस अड्डा आमानाका से प्रारंभ होकर उत्तर की ओर रेलवे लाइन पार कर कोटा बस्ती होते हुए कबीर चौक पर मुख्य मार्ग क्रमांक 13 में मिलती है 30 मीटर, 18 मीटर
24. एम.आर.क्र. – 17 टाटीबंध ग्राम के निकट आर.आर.2 से प्रारंभ होकर पश्चिम की ओर वर्तमान मार्ग एक रेखण के अनुरूप आर.आर.3 से निवेश क्षेत्र तक। 30 मीटर
25. एम.आर.क्र. – 17 (अ) आर.आर.3 से प्रारंभ होकर एम.आर.क्र. 17, एमआर. क्रमांक 22 तथा एम.आर. क्रमांक 20 को पार करते हुए ग्राम सरोरा में एम.आर. क्रमांक 5 से मिलेगा। 45 मीटर
26. एम.आर.क्र. – 18 एम.आर. क्रमांक 22 से प्रारंभ होकर पूर्व की ओर बाईपास रेलवे मार्ग के समान्तर बिलासपुर मार्ग को पार करते हुए एम.आर. क्रमांक 46 एवं एम.आर क्रमांक 47 को जोड़ेगा। 30 मीटर
27. एम.आर.क्र. – 19 वर्तमान बिरगांव, उरला मार्ग जो बिलासपुर मार्ग से प्रारंभ होकर निवेश क्षेत्र सीमा तक। 30 मीटर
28. एम.आर.क्र. – 20 मुख्य मार्ग क्रमांक 18 से प्रारंभ होकर उत्तर की ओर आर.आर.2 तक 18 मीटर विकसित मार्ग। आर.आर.2 से आगे आर.आर.3 से मिलेगा। 18 मीटर, 30 मीटर
29. एम.आर.क्र. – 21 एम.आर. क्रमांक 1 से प्रारंभ होकर आर.आर.1 के समानांतर धमतरी मार्ग पार करते हुए महादेवघाट मार्ग में मिलेगा। 45 मीटर
30. एम.आर.क्र. – 22 मोहबा बाजार के पास जी.ई. रोड से प्रारंभ होकर वर्तमान मार्ग रेखांकन के अनुरूप रेलवे लाईन एवं रिंग रोड क्रमांक 2 को पार कर रिंग रोड क्रमांक 3 से निवेश क्षेत्र सीमा तक। 30 मीटर
31. एम.आर.क्र. – 22 (अ) जी.ई. मार्ग पर एम्स के निकट से प्रारंभ होकर उत्तर की ओर से रिंग रोड क्रमांक 2 से पहले एमआर. क्रमांक 22 में मिलता है। 30 मीटर
32. एम.आर.क्र. – 23 एम.आर. क्रमांक 11 से प्रारंभ होकर उत्तर की ओर बलौदाबाजार मार्ग पार कर दलदलसिवनी होते हुए निवेश क्षेत्र सीमा तक। 30 मीटर
33. एम.आर.क्र. – 24 वी.आई.पी. मार्ग से प्रारंभ होकर एम.आर. क्रमांक 1 से मिलेगा। 30 मीटर
34. एम.आर.क्र. – 24 (अ) एम.आर. क्रमांक 25 से प्रारंभ होकर अमलीडीह मार्ग होते हुए वर्तमान अमलीडीह ग्राम के मार्ग संरचना के अनुरूप वी.आई.पी. मार्ग (माना मार्ग) को जोड़ेगा। 18 मीटर, 24 मीटर
35. एम.आर.क्र. – 25 रिंग रोड क्रमांक 1 (अशोका मिलेनियम के पास) से प्रारंभ होकर पूर्व दिशा में एम.आर. क्रमांक 21को पार करते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 43 के समांतर परिधीय मार्ग क्रमांक 4 से मिलेगा। 30 मीटर
36. एम.आर.क्र. – 25 (अ) अमलीडीह के निकट से प्रारंभ होकर पूर्व दिशा में एम.आर. क्रमांक 25 के समांतर परिधीय मार्ग क्रमांक 4 से मिलेगा। 30 मीटर
37. एम.आर.क्र. – 26 जी.ई. मार्ग पर विश्वविद्यालय के निकट से प्रारंभ होकर वर्तमान मार्ग संरचना के अनुरूप आर.आर. 1 (सरोना) में मिलेगा। 30 मीटर
38. एम.आर.क्र. – 26 (अ) एम.आर. क्रमांक 26 से निकलकर पश्चिम की ओर आर.आर. 1 में मिलेगा। 30 मीटर
39. एम.आर.क्र. – 27 एम.आर. क्रमांक 3 से नेहरू नगर के निकट से प्रारंभ होकर टिकरापारा होकर रिंग रोड क्रमांक 1 को पार करते हुये भाटागांव में फिल्टर प्लांट तक। 30 मीटर
40. एम.आर.क्र. – 28 बिलासपुर मार्ग पर आकाशवाणी के पास से पूर्व दिशा में रेलवे लाईन पार करते हुये एम.आरक्रमांक 32 एवं एम.आर. क्रमांक 23 को पार कर निवेश क्षेत्र सीमा तक। 30 मीटर
41. एम.आर.क्र. – 29 भाठागांव मार्ग क्रमांक 27 से प्रारंभ होकर मठपुरैना बस्ती के उत्तर से वर्तमान मार्ग संरचना (नहरनाली मार्ग) के अनुरूप पुराना धमतरी मार्ग पार करते हुए एम.आर. क्रमांक 35 में मिलेगा। 24 मीटर
42. एम.आर.क्र. – 30 सिद्धार्थ चैक से एम.आर. क्रमांक 4 पार करते हुए निवेश क्षेत्र सीमा तक। 30 मीटर, 45 मीटर
43. एम.आर.क्र. – 31 संरचना के अनुरूप निवेश क्षेत्र तक। 18 मीटर, 30 मीटर
44. एम.आर.क्र. – 32 बलौदाबाजार मार्ग से उत्तर की ओर दलदलसिवनी मार्ग से प्रारंभ होकर वर्तमान मार्ग रेखण के अनुरूप एम.आर. क्रमांक 10 पार करते हुए वैगन .आर. क्रमांक 23 में मिलेगा। 30 मीटर
45. एम.आर.क्र. – 33 एम.आर. क्रमांक 11 से प्रारंभ होकर उत्तर की ओर एम.आर. क्रमांक 23 के समानांतर साइंस सिटी के पास एम.आर. क्रमांक 10 ब को जोड़ेगा। 30 मीटर
46. एम.आर.क्र. – 34 बिलासपुर मार्ग से प्रारंभ होकर खमतराई बैगन आर. क्रमांक 28 में मिलेगा। 30 मीटर
47. एम.आर.क्र. – 35 नहर पर जेल मार्ग से प्रारंभ होकर बस स्टैंड के पीछे की ओर से होते हुए बलौदा बाजार मार्ग पार कर राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 6 को पार करते हुए एम.आर. क्रमांक 3 एवं एम.आर. क्रमांक 1 को पार करते हुए एम.एम.आई. चिकित्सालय के पास धमतरी मार्ग को मिलेगी। 30 मीटर
48. एम.आर.क्र. – 36 बिलासपुर मार्ग पर रावाभाठा ग्राम आबादी के उत्तर की ओर से प्रारंभ होकर सी.एस.आई.डी.सी. के प्रस्तावित मेटल पार्क के लिये अधिग्रहण के लिए अधिसूचित मार्ग से निवेश क्षेत्र सीमा तक। 30 मीटर
49. एम.आर.क्र. – 36 (अ) ट्रांसपोर्ट नगर रावाभाठा से पश्चिम की ओर एमआर. क्रमांक 36 एवं 36 ब को जोड़ेगा। 30 मीटर
50. एम.आर.क्र. – 36 (ब) ट्रांसपोर्ट नगर रावाभाठा के दक्षिण से वर्तमान मार्ग रेखण के अनुरूप पश्चिम की ओर निवेश क्षेत्र सीमा तक। 30 मीटर
51. एम.आर.क्र. – 37 बिलासपुर मार्ग के समानांतर एम.आर. क्रमांक 18 से प्रारंभ होकर उत्तर की ओर वर्तमान मार्ग तक एक रेखण के अनुरूप आर.आर. क्रमांक 2 को पार कर एम.आर. क्रमांक 19 में मिलता है। 24 मीटर
52. एम.आर.क्र. – 38 एम.आर. क्रमांक 18 से प्रारंभ होकर वर्तमान मार्ग एक रेखण के अनुरूप उत्तर की ओर बिलासपुर मार्ग के समांतर आर.आर. क्रमांक 2 को पार करते हुए एम.आर. क्रमांक 19 को बस्ती के पास मिलेगा। 24 मीटर
53. एम.आर.क्र. – 39 पुराना धमतरी मार्ग पर ग्राम डूंडा बस्ती के पास से प्रारंभ होकर आर.आर. क्रमांक 4 को पार करते हुए वर्तमान विकसित मार्ग एक रेखण के अनुरूप धमतरी ( राष्ट्रीय राजमार्ग 43) मार्ग में मिलता है। 30 मीटर
54. एम.आर.क्र. – 39 (अ) पुराना धमतरी मार्ग से प्रारंभ होकर वर्तमान कांदुल मार्ग। 30 मीटर
55. एम.आर.क्र. – 40 जी.ई. मार्ग से प्रारंभ होकर दक्षिण की ओर ग्राम फुण्डहर होते हुए वी.आई.पी. (माना) मार्ग पार करते हुये रिंग रोड क्रमांक 4 में मिलता है। 30 मीटर
56. एम.आर.क्र. – 41 महासमुंद मार्ग से (व्ही.आई.पी. मार्ग) प्रारंभ होकर माना विमानतल को जोड़ेगा। 60 मीटर
57. एम.आर.क्र. – 42 जी.ई. रोड से (जोरा से) प्रारंभ होकर उत्तर की ओर एम.आर. क्रमांक 2 में मिलेगा।30 मीटर
58. एम.आर.क्र. – 43 ऊर्जा पार्क के उत्तर की ओर विश्वविद्यालय गेस्ट हाउस के समीप जी.ई. मार्ग पार कर एमआर. क्रमांक 2 को मिलेगा। उसके पश्चात रेलवे लाईन पार कर उत्तर की ओर निवेश सीमा तक। 30 मीटर
59. एम.आर.क्र. – 44 खारुन नदी पुल से प्रारंभ होकर काठड़ी मार्ग एवं पुराना धमतरी मार्ग पार करते हुए धमतरी मार्ग पर माना बस्ती मार्ग तक। 75 मीटर
60. एम.आर.क्र. – 45 नाली मार्ग होकर एम.आर. क्रमांक 2 को जोड़ेगा। 30 मीटर
61. एम.आर.क्र. – 45 (अ) एम.आर. क्रमांक 45 से प्रारंभ होकर उत्तर की ओर एम.आर. क्रमांक 15 को मिलेगा। 24 मीटर
62. एम.आर.क्र. – 46 ट्रांसपोर्ट नगर रावाभाटा के उत्तर में बिलासपुर मार्ग से औद्योगिक इकाई के लिये निर्मित वर्तमान मार्ग को क्रमांगत आगे बढ़ते हुए मुख्य मार्ग क्रमांक 18 को मिलेगा। 30 मीटर
63. एम.आर.क्र. – 47 रावाभाटा ग्रामीण आबादी के सामने बिलासपुर मार्ग से प्रारंभ होकर पूर्व दिशा की ओर एम.आर. क्रमांक 18 को मिलता है। 30 मीटर
64. एम.आर.क्र. – 48 खारून नदी के पास ग्राम सरोना के नदी तट से प्रारंभ होकर सरोना एवं रायपुरा होते हुए एम.आर क्रमांक 4 को पार करते हुए एम.आर. क्रमांक 14 से मिलता है। 30 मीटर
65. एम.आर.क्र. – 48 (अ) एम.आर. क्रमांक 48 (सरोना) से प्रारंभ होकर आरआर. क्रमांक 1 को पार करते हुए एम.आर. क्रमांक 26 अ को डूमरतालाब में जोड़ेगा। 30 मीटर
66. एम.आर.क्र. – 48 (ब) एम.आर. क्रमांक 48 से प्रारंभ होकर एम.आर क्रमांक 48 को सरोना बस्ती के पास जोड़ता है। 30 मीटर
67. एम.आर.क्र. – 49 महादेवघाट के समीप एम.आर. क्रमांक 14 से प्रारंभ होकर वर्तमान मार्ग के अनुरूप एम.आर. क्रमांक 21 को मिलेगा। 30 मीटर
68. एम.आर.क्र. – 50 एम.आर. क्रमांक 49 से प्रारंभ होकर भाठागांव में एम.आर. क्रमांक 27 को जोड़ता है। 30 मीटर
69. एम.आर.क्र. – 51 एम.आर. क्रमांक 21 में भाठागांव तालाब के पास से प्रारंभ होकर रिंग रोड क्रमांक 4 को पार करते हुए निवेश क्षेत्र सीमा तक। 30 मीटर
70. एम.आर.क्र. – 52 पुराना धमतरी रोड पर बोरियाखुर्द से प्रारंभ होकर रिंग रोड क्रमांक 4 एवं एम.आर. क्रमांक 44 को पार करते हुए निवेश क्षेत्र सीमा तक। 30 मीटर
Source : https://navaraipuratalnagar.com/NRDARevampTheme/upload/Section%201%20(Chapter%201-3).pdf
समग्र जानकारी इन्टरनेट पर मौजूद अलग अलग स्त्रोत से ली गयी हैं, जो परीक्षा के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हो. कृपया अपना विवेक का उपयोग कर शासकीय जानकारी को ही आधार माने लेखक से त्रुटी की सम्भावना हैं