छत्तीसगढ़ प्रदेश की मिट्टिया | Chhattisgarh State’s soil
धरातल के ऊपरी परत जो पेड़ पौधों को अपने को बढ़ने के लिए जीवाश्म तथा खनिज ऑन प्रदान करती है मिट्टी कहलाती है मिट्टी चट्टान तथा जीवाश्मों के मिश्रण से बनती है !
छत्तीसगढ़ भारत के प्रायद्वीपीय पठार का हिस्सा है, यहाँ अवशिष्ट प्रकार की मिट्टी पायी जाती है। मिट्टी छत्तीसगढ़ राज्य में कृषि एवं वन संसाधन के लिए महत्वपूर्ण है। यहाँ की मिट्टियाँ धान के पैदावार के लिए आदर्श है। छत्तीसगढ़ में धान की पैदावार बहुत अधिक मात्रा में होती है इसलिए छत्तीसगढ़ राज्य को धान का कटोरा कहा जाता है।
डॉक्टर हम हेमंत बेनेट के अनुसार भूमि के तल पर पाई जाने वाली असंगठित पदार्थों की वह ऊपरी परत जो मूल चट्टानों तथा वनस्पति अंश के योग से निर्मित हुई है मिट्टी है !
वनस्पति और कृषि के रूप को निर्धारित करने वाले कारकों में मिट्टी अत्यधिक महत्वपूर्ण है किसी भी प्रदेश में घांस अथवा वन किस प्रकार के पाए जाते हैं यह बहुत कुछ मिट्टी की प्रकृति पर निर्भर होता है !
कृषि भूमि उपयोग फसलों का प्रादेशिक वितरण उत्पादन की मात्रा उत्तम एवं वनस्पति की भिन्नता वहां पाई जाने वाली मिट्टियों की प्रकृति से निर्धारित होती है किसी स्थान विशेष की प्रकृति कैसी है इसके लिए निम्नलिखित पक्षों का अध्ययन जरूरी होता है !
- विभिन्न खनिजों की मात्रा
- गठन
- संरचना
- रंग
- जल की मात्रा
- सरंध्रता
मिट्टी की प्रकृति के दो प्रमुख पक्ष हैं –
- रासायनिक पक्ष
- भौतिक पक्ष
छत्तीसगढ़ की मिट्टिया एवं उनके प्रकार
छत्तीसगढ़ राज्य में चट्टानों के आधार पर मुख्यतः 5 प्रकार की मिट्टियाँ पायी जाती है।
1. लाल-पीली मिट्टी
2. लाल बुलई मिट्टी
3. लेटेराइट मिट्टी
4. लाल दोमट मिट्टी
5. काली मिट्टी
1. लाल-पीली मिट्टी Lal Peelee Mittee (50-55%)
![]() |
लाल-पीली मिट्टी Lal Peelee Mittee |
- कम वर्षा वाले स्थान में आग्नेय चट्टानें पाई जाती है इसी से लाल-पीली मिट्टी का निर्माण होता है।
- फेरस ऑक्साइड के कारण इसका रंग लाल होता है
- एवं फेरिक ऑक्साइड के कारण इसका रंग पीला होता है।
- विस्तार सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ में पर यह मिट्टी मुख्यतः छत्तीसगढ़ के मध्य भाग तथा उत्तरी भाग में पाया जाता है। विस्तार 50 से 55 % में पाई जाती हैं
- निर्माण गोंडवाना क्रम के चट्टान के अपरदन से
- स्थानीय नाम लाल-पीली मिट्टी का स्थानीय नाम मटासी है।
- मुख्य फसल धान, ज्वार , मक्का , तील , अलसी ,कोदो कुटकी आदि।
- PH मान 5. 5 से 8. 5 अम्लीय से क्षारीय
- विशेष लाल पीली मिट्टी छत्तीसगढ़ के सर्वाधिक भाग में पायी जाने वाली मिट्टी है।
- जल धारण क्षमता काम होती है।
2. लाल बुलई मिट्टी या लाल रेतीली मिटटी Lal Bulee Mittee (25-30 %)
![]() |
लाल बुलई मिट्टी Lal Bulee Mittee |
- विस्तार बस्तर संभाग राजनांदगाव (मोहला तहसील ), कांकेर, नारायणपुर, बीजापुर, कोंडागांव, बस्तर, दंतेवाड़ा, सुकमा तथा बालोद।
- निर्माण ग्रेनाइट व निस चट्टानों के अपरदन से इसका निर्माण होता है।
- स्थानीय नाम रेतीली मिट्टी (टिकरा मिट्टी)
- नाइट्रोजन और ह्यूमस की कमी होती है।
- प्रकृति इसकी प्रकृति अम्लीय होती है।
- मुख्य फसल मोटा अनाज हेतु उपयुक्त (कोदो, कुटकी)
- दुर्ग, राजनांदगांव, पश्चिमी रायपुर तथा बस्तर संभाग में इसका विस्तार है।
- इसके रवे महीन तथा रेतीले होते हैं।
- इसमें लाल हेमेटाइट और पीले लिमोनाइट या लोहे के आक्साइड के मिश्रण के रूप में होने से लाल, पीला या लालपन लिये हुये रंग होता है।
- इसमें लोहा, एल्युमिना तथा कार्ट्ज के अंश मिलते हैं।
3. लाल दोमट मिट्टी Lal Domat Mittee(10-15%)
![]() |
लाल दोमट मिट्टी Lal Domat Mittee |
- विस्तार दंतेवाड़ा एवं सुकमा जिले में।
- स्थानीय नाम डोरसा, कछार है।
- रंग – लाल रंग (लौह अयस्क की अधिकता के कारण)
- जलधारण क्षमता अन्य मिट्टियों के अपेक्षा सबसे कम है।
- दक्षिणी-पूर्वी बस्तर जिले में यह मिट्टी पायी जाती है।
- इसका निर्माण नीस, डायोराइट आदि चीकाप्रधान व अम्लरहित चट्टानों द्वारा होता है।
- छत्तीसगढ़ में पायी जाने वाली मिट्टियों में सर्वत्र धान पैदा किया जाता है, क्योंकि यह धान की फसल के लिये आदर्श होती हैं। अतः इसलिए छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा कहा जाता है।
4. लेटेराइट मिट्टी Leterait Mittee
![]() |
लेटेराइट मिट्टी Leterait Mittee |
- विस्तार पाट प्रदेश में (सरगुजा संभाग एवं जगदलपुर) में।
- स्थानीय नाम मुरुमी या भाठा मिट्टी।
- फसल बागानी फसलें (आलू, टमाटर, चाय, लीची)।
- रंग लेटेराइट मिट्टी का रंग कत्था होता है।
- विशेष इस मिट्टी का निर्माण निछालन विधि से होता है।
- कठोरता के कारण भवन निर्माण में यह मिट्टी का उपयोगी है।
- ईंट के निर्माण में इस मिट्टी का प्रयोग किया जाता है।
- लेटराइट एक मिट्टी और चट्टान प्रकार है जो लोहे और एल्यूमीनियम में समृद्ध है और आमतौर पर गर्म और गीले उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में इसका गठन माना जाता है।
- उच्च लौह ऑक्साइड सामग्री के कारण लगभग सभी लेटराइट जंग-लाल रंग के होते हैं।
- वे अंतर्निहित मूल चट्टान के गहन और लंबे समय तक अपक्षय द्वारा विकसित होते हैं।
5. काली मिट्टी Kalee Mittee
![]() |
काली मिट्टी Kalee Mittee |
- विस्तार मैकल श्रेणी गरियाबंद, दुर्ग एवं बालोद में।
- निर्माण बेसाल्ट युक्त चट्टानों के अपरदन से (लावा निर्मित)
- स्थानीय नाम कन्हार, भर्री/रेगुर आदि।
- मुख्य फसल गन्ना, कपास, चना, गेहूँ (रबी फसल)
- रंग काला (फेरिक टाइटेनियम के कारण)
- जलधारण क्षमता अन्य मिट्टियों के अपेक्षा सर्वाधिक होता है।
- विशेष काली मिट्टी सबसे उपजाऊ मिट्टी है। इस मिट्टी में पानी की कमी से दरार पड़ जाती है, इस मिट्टी में लौह की मात्रा सर्वाधिक होती है।
- काली मिट्टी में चिका (Clay) की मात्रा सर्वाधिक होती है।
- लोहा तथा जीवांश की उपस्थिति के कारण मिट्टी का रंग काला होता है।
- पानी पड़ने पर यह मिट्टी चिपकती है तथा सूखने पर बड़ी मात्रा में दरारें पड़ती हैं।
- यह मिट्टी ज्वालामुखी द्वारा निःसृत लावा शैलों के तोड़-फोड़ से बनने के कारण अनेक खनिज तत्व मिलते हैं।
- इसमें मुख्यतः लोहा, मैग्नीशियम, चूना तथा एल्युमिना खनिजों तथा जीवांशों की पर्याप्तता तथा फॉस्फोरस, नाइट्रोजन, पोटाश का अभाव होता है।
छत्तीसगढ़ प्रदेश मे वन संपदा
छत्तीसगढ़ की मिट्टिया का स्थानीय नाम Local name of soil of Chhattisgarh
- लाल पिली मिटटी – मटासी
- लैटेराइट – भाठा या मुरमी
- काली मिटटी – कन्हार
- काली व लाल मिटटी का मिश्रण – डोरसा
- बस्तर के पठार में पायी जाने वाली मिटटी – टिकरा मरहान , माल ,गाभर
- उत्तरी क्षेत्र में पायी जाने वाली – गोदगहबर , बहरा
- नदियों की घाटी में पायी जाने वाली मिटटी – कछारी
- कन्हार और मटासी के बिच की मिटटी – डोरसा
छत्तीसगढ़ के मिट्टिया सम्बंधित प्रश्न उत्तर
1- छत्तीसगढ़ में सर्वाधिक मिट्टी कौन सी पाई जाती है-
(A) लाल पीली मिट्टी
(B) लाल रेतीली मिट्टी
(C) लाल दोमट मिट्टी
(D) काली मिट्टी
(E) इनमें कोई नहीं।
उत्तर : (A) लाल पीली मिट्टी
2- डोरसा, मटासी, कन्हार, भाठा संबंधित शब्दवली है-
(A) मिट्टी से
(B) खनिज से
(C) छत्तीसगढ़ी व्यंजन से
(D) लोक चित्रकला से
(E) इनमें कोई नहीं।
उत्तर : (A) मिट्टी से
3 . छ.ग. में मिट्टी विस्तार की दृष्टि से सही अवरोही क्रम है:
(A) मटासी, कन्हार, कछार, लाल रेतीली
(B) मटासी, लाल रेतीली, कछारी, कन्हार
(C) कछारी, मटासी, लाल रेतीली, भर्री
(D) लाल रेतीली, मटासी, कन्हार, कछारी
(E) इनमें कोई नहीं।
उत्तर : (B) मटासी, लाल रेतीली, कछारी, कन्हार
4. छत्तीसगढ़ की मिट्टी और निर्माण असत्य है-
(A) काली मिट्टी – बेसाल्ट आग्नेय चट्टानों के क्षरण से
(B) लाल-पीली मिट्टी – कड़प्पा चट्टानों के क्षरण से
(C) लाल रेतीली मिट्टी – धारवाड़ चट्टानों के क्षरण से
(D) लेटेराइट मिट्टी – चूना निक्षालन से
(E) इनमें कोई नहीं।
उत्तर : (B) लाल-पीली मिट्टी – कड़प्पा चट्टानों के क्षरण से
5. छत्तीसगढ़ की मिट्टी में नाइट्रोजन, फास्फोरस और जैव तत्वों की अधिकता होती है।
(A) कछारी मिट्टी
(B) कन्हार मिट्टी
(C) मटासी मिट्टी
(D) डोरसा मिट्टी
(E) इनमें कोई नहीं।
उत्तर : (B) कन्हार मिट्टी
6. छत्तीसगढ़ की मिट्टी और कृषि उत्पाद सही जोड़ा नहीं है।
(A) लैटेराइट मिट्टी- कोदो कुटकी
(B) कन्हार मिट्टी- सोयाबीन
(C) मटासी मिट्टी -गेहू, अलसी की फसल
(D) कछारी मिट्टी – साग-सब्जी
(E) इनमें कोई नहीं।
उत्तर : (C) मटासी मिट्टी -गेहू, अलसी की फसल
7. मिट्टी और उसका छत्तीसगढ़ी नाम सही नहीं है
(A) एलुवियल स्वाइल – चूना पत्थर युक्त मिट्टी
(B) काॅटन स्वाइल – कैल्शियम और मैग्निशियम की अधिकता
(C) लैटेराइट स्वाइल – नाइट्रोजन और पोटाश का अभाव
(D) रेड सैंड स्टोन – आयरनाक्साइड की अधिकता
(E) इनमें कोई नहीं।
उत्तर : (A) एलुवियल स्वाइल – चूना पत्थर युक्त मिट्टी
8. डोरसा मिट्टी के विषय में सही कथन है-
(A) यह खनिज संपदा में सर्वाधिक संपन्न है।
(B) यह कन्हार और मटासी के मध्य की मिट्टी है।
(C) इस मिट्टी में साग-सब्जी का सर्वाधिक उत्पादन होता है।
(D) यह नदी घाटी में सर्वाधिक विस्तारित होता है।
(E) इनमें कोई नहीं।
उत्तर : (B) यह कन्हार और मटासी के मध्य की मिट्टी है।
9. मटासी मिट्टी के विषय में असत्य कथन है।
(A) खरीफ की फसलों के सर्वाधिक उपर्युक्त है।
(B) गोड़वाना क्रम की चट्टानों के निक्षालन से बनी है।
(C) चूना प्रधान मिट्टी है।
(D) जलधारण क्षमता कुछ अधिक होती है।
(E) इनमें कोई नहीं।
उत्तर : (D) जलधारण क्षमता कुछ अधिक होती है।
10. गोदाछावर, छावर एवं बाहरा मिट्टी किस भौगोलिक खंड में सर्वाधिक विस्तारित है।
(A) पूर्वी बघेल खंड का पठार
(B) जशपुर सामरी पाट
(C) छत्तीसगढ़ का मैदान
(D) दण्डकारण्य का पठार
(E) इनमें कोई नहीं।
उत्तर : (B) जशपुर सामरी पाट
11. बस्तर के पठार में कौन सी मिट्टी सर्वाधिक पाई जाती है।
(A) डोरसा मिट्टी
(B) गोदाछावर, छावर एवं बाहरा
(C) टिकरा, मरहान, माल और गाभर
(D) लैटेराइट
(E) इनमें कोई नहीं।
उत्तर : (C) टिकरा, मरहान, माल और गाभर
12. सही जोड़ी नहीं है
(A) लाल-पीली मिट्टी – मटासी मिट्टी
(B) लेटेराईट मिट्टी – भाटा मिट्टी
(C) काली मिट्टी – कन्हार मिट्टी
(D) काली एवं लाल-पीली मिट्टी – कछारी
(E) इनमें कोई नहीं।
उत्तर : (D) काली एवं लाल-पीली मिट्टी – कछारी
13. छत्तीसगढ़ की मिट्टीयों और विस्तार सही अवरोही क्रम है-
1. मटासी
2. कछारी
3. भर्री
4. लेटेराइट
(A) 1, 3, 4, 2
(B) 2, 3, 4,1
(C) 1, 2, 3, 4
(D) 1, 3, 4, 2
(E) इनमें कोई नहीं।
उत्तर : (C) 1, 2, 3, 4
14. सुमेलित कीजिए-
(a) मटासी 1. सर्वाधिक जलधारण क्षमता
(b) भाठा 2. सर्वाधिक क्षेत्र में विस्तारित
(c) कन्हार 3. बागवानी फसलों के लिए उपर्युक्त
(d) डोरसा 4. भर्री और मटासी का मिश्रण
(A) 2, 3, 1, 4
(B) 2, 3, 4, 1
(C) 4, 1, 3, 2
(D) 3, 2, 1, 4
(E) 3, 1, 2, 4
उत्तर : (A) 2, 3, 1, 4
15. निम्नलिखित में से कौन सी मिट्टी छत्तीसगढ़ के अधिकांश भाग में पाई जाती है-
(A) लाल बलुई मिट्टी
(B) लेटेराइट मिट्टी
(C) लाल पीली मिट्टी
(D) काली मिट्टी
(E) इनमें कोई नहीं।
उत्तर : (C) लाल पीली मिट्टी
16. सूची-1 (छत्तीसगढ़ की मिट्टी) को सूची-2 (गुण) से कूट के आधार पर मिलाइए-
सूची-1 सूची-2
(a) भाटा (1) पीली बलुआ मिट्टी
(b) टिकरा (2) काली या गहरी भूरी मिट्टी
(c) मटासी (3) लैटेराइट मिट्टी
(d) कन्हार (4) लाल बलुआ मिट्टी
(A) 1 3 2 4
(B) 3 4 1 2
(C) 4 3 2 1
(D) 2 1 4 3
(E) 4 2 1 3
उत्तर : (B) 3 4 1 2
17. निम्नलिखित में से कौन सी जोड़ी (छत्तीसगढ़ की मिट्टी एवं विशेषता) सुमेलित नहीं है?
(A) दोरसा – कन्हार एवं मटासी मिट्टियों का मिश्रण
(B) कछारी – लवण एवं जैव पदार्थ युक्त महीन कण
(C) पहाड़ी – भाटा तथा टिकरा मिट्टियों का मिश्रण
(D) कन्हार – मोटे कंकडय़ुक्त ढलानी मिट्टी
(E) इनमें कोई नहीं।
उत्तर : (D) कन्हार – मोटे कंकडय़ुक्त ढलानी मिट्टी
18- छत्तीसगढ़ की मिट्टी और विशेषता सही नहीं है-
(A) मटासी का विस्तार आधे से अधिक भाग में है।
(B) लाल रेतीली मिट्टी वृक्षारोपण के लिए सर्वोत्तम है।
(C) छावर, बहरा पर्वतीय मिट्टी के स्थानीय नाम है।
(D) कछारी मिट्टी जायद फसलों के लिए उपर्युक्त है।
(E) डोरसा मिट्टी मिश्रित मिट्टी है, जोे सर्वाधिक उपजाऊ होती है।
उत्तर : (E) डोरसा मिट्टी मिश्रित मिट्टी है, जोे सर्वाधिक उपजाऊ होती है।
19- छत्तीसगढ़ में मिट्टी और कृषि उपज असत्य है-
(A) मटासी – धान
(B) लाल रेतीली- कोदो कूटकी
(C) कछारी- साग सब्जी
(D) भर्री – गेहूं, चना
(E) लेटेराइट- रबी की फसले
उत्तर : (E) लेटेराइट- रबी की फसले
20- कछारी मिट्टी का निर्माण किस शैल समूह के निक्षेपन से होता है-
(A) कड़प्पा शैल समूह
(B) डेक्कन ट्रेप समूह
(C) धारवाड़ शैल समूह
(D) आर्कियन शैल समूह
(E) इनमें कोई नही
उत्तर : (B) डेक्कन ट्रेप समूह
21. छत्तीसगढ़ में लेटेराइट मिट्टी का स्थानीय नाम क्या है।
(A) कन्हारी
(B) डोरसा
(C) मटासी
(D) भाठा
(E) इनमें कोई नहीं।
उत्तर : (D) भाठा
22. जोड़ी सम्मिलित कीजिए।
अ. लाल, पीली – 1. चाय, बागवानी फसल
ब. बलुई – 2. गेहूँ, गन्ना
स. काली – 3. ज्वार, बाजरा
द. लेटेराइट – 4. धान
(A) 1 2 3 4
(B) 3 4 2 1
(C) 4 3 2 1
(D) 2 1 4 3
(E) इनमें कोई नहीं।
उत्तर : (C) 4 3 2 1
23. छत्तीसगढ़ राज्य मंे मुख्य रूप से कितने प्रकार की मिट्टियां पायी जाती है।
(A) 3 प्रकार की
(B) 4 प्रकार की
(C) 5 प्रकार के
(D) 8 प्रकार के
(E) इनमें कोई नहीं।
उत्तर : (C) 5 प्रकार के
24 असत्य बताईये:
(A) दोरसा-कन्हार और मटासी के मध्य की चिकनी मिट्टी है।
(B) कछारी मिट्टी में गाद और जैव पदार्थाें की अधिकता होती है।
(C) लेटेराइट मिट्टी निक्षालन से निर्मित सीढ़िनुमा खेती के लिए उपर्युक्त होती है।
(D) कन्हार मिट्टी आर्कियन शैल समूह के क्षरण से निर्मित होती है।
(E) इनमें से कोई नहीं
उत्तर : (D) कन्हार मिट्टी आर्कियन शैल समूह के क्षरण से निर्मित होती है।
25. असत्य कथन बताईये:
(A) जशपुर सामरी पाट लैटेराइट और लाल रेतीली मिट्टी के लिए जाना जाता है।
(B) छ.ग. का मैदान में मटासी, कछारी, भर्री का संकेन्द्रण है।
(C) लाल दोमट मिट्टी बस्तर की नदी घाटियों में पाई जाती है।
(D) लाल रेतीली मिट्टी राज्य की उत्तरीय और दक्षिणीय पर्वतीय भागों में पाई जाती हैं।
(E) इनमें से कोई नहीं
उत्तर : (E) इनमें से कोई नहीं
26. असत्य कथन बताईये:
(A) लाल पीली – गोंडवाना क्रम की चट्टानों के क्षरण से निर्मित
(B) लाल रेतीली – ग्रेनाईट और नीस तथा धारवाड़ के क्षरण से निर्मित
(C) काली मिट्टी – डेक्कनट्रेप के बेसाल्ट चट्टानों के क्षरण से निर्मित
(D) लाल दोमट मिट्टी – आर्कियन और ग्रेनाईट के क्षरण से निर्मित
(E) इनमें से कोई नहीं
उत्तर :
27. मिट्टी और फसल सही जोड़ा नहीं है:
(A) लाल रेतीली – आलू
(B) कछारी मिट्टी – साग सब्जि
(C) लेटेराइट मिट्टी – चाय और बागवानी
(D) कन्हार मिट्टी – दलहन तिलहन
(E) इनमें से कोई नहीं
उत्तर : (E) इनमें से कोई नहीं
28. काॅप, पाॅल काप, पल्लपर यह किस प्रकार की मिट्टी का उदाहरण है ?
(A) लाल रेतीली
(B) कछारी मिट्टी
(C) लेटेराइट मिट्टी
(D) कन्हार मिट्टी
(E) दोमट