मुख्यमंत्री लोक कलाकार प्रोत्साहन योजना
मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ में बस्तर से लेकर सरगुजा अंचल के लोक कलाकारों को प्रोत्साहित करने और छत्तीसगढ़ी संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए ‘‘मुख्यमंत्री लोक कलाकार प्रोत्साहन योजना लागू की है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि राज्य के लोक कलाकारों के माध्यम से राज्य की सांस्कृतिक पहचान बनती है और राज्य का सम्मान होता है। ऐसे कला साधकों को विभिन्न विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है जिसका उनकी कला साधना पर भी बुरा असर पड़ता है।
परंपरा के ऐसे संवाहक लोक कलाकारों के हितों की रक्षा और कल्याण की व्यवस्था करना आवश्यक है। इसके लिए जल्द ही राज्य में लोक कलाकार प्रोत्साहन योजना शुरू की जाएगी।इसमें राज्य के लोक कला, संस्कृति, परम्परा, रीति-रिवाज, तीज-त्यौहार, खान-पान, शिल्प-कला, सौंदर्य कला, वाद्ययंत्र के संरक्षण-संवर्धन किया जाएगा।
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योजना का क्रिन्यावन
यह छत्तीसगढ़ राजपत्र में 10 सितम्बर को प्रकाशन के साथ प्रभावशील हो गया है। मुख्यमंत्री लोक कलाकार प्रोत्साहन योजना में नृत्य संगीत, लोक नाट्य, लोकगाथा, छत्तीसगढ़ी गीतकार विधा से जुड़े 30 कलाकारों-दलों को 24 हजार रूपए, वाद्ययंत्र वादक विधा से जुड़े 25 कलाकारों को 18 हजार रूपए, शिल्प कला विधा से जुड़े 20 कलाकारों को 15 हजार रूपए, छत्तीसगढ़ पाक कला (छत्तीसगढ़ी व्यंजन) विधा से जुड़े 15 कलाकारों को 12 हजार रूपए और छत्तीसगढ़ सौंदर्यकरण (श्रृंगार) विधा से जुड़े 15 कलाकारों को 12 हजार रूपए मात्र का वार्षिक प्रोत्साहन राशि ई-पेमेंट के माध्यम से दिया जाएगा।
इस योजना का लाभ लेने के लिए कलाकारों को चिन्हारी पोर्टल में अनिवार्य रूप से पंजीयन कराना होगा और समस्त स्रोतों से वार्षिक आय 96 हजार रूपए से अधिक नही हो। चयनित कलाकारों-दलों को वित्तीय वर्ष में 1 बार प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी। कलाकारों का पात्रता-चयन संबंधी निर्धारण के लिए राज्य शासन द्वारा एक पांच सदस्यीय चयन समिति का गठन किया गया है, जो पात्रता-चयन का निर्धारण करेगी।